अपराजेय मोहिनी मंत्र: 3 रहस्यमयी तरीके किसी भी व्यक्ति को मोहित करने के! – Mohini Mantra

Mohini Mantra का प्रयोग करके लोगों को आकर्षित करना प्राचीन काल से होता आया है। ‘मोहिनी’ का अर्थ है ‘अत्यधिक आकर्षण’, और यही कारण है कि इन मंत्रों का प्रयोग किसी को भी अपनी ओर मोहित करने के लिए किया जाता है। यदि आप भी इस कला को सीखने के इच्छुक हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं! इस लेख में हम आपको मोहिनी वशीकरण के अद्भुत और अत्यंत प्रभावी तीन मंत्रों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

अपराजेय मोहिनी मंत्र: 3 रहस्यमयी तरीके किसी भी व्यक्ति को मोहित करने के! - Mohini Mantra

अपराजेय मोहिनी मंत्र: 3 रहस्यमयी तरीके किसी भी व्यक्ति को मोहित करने के! – Mohini Mantra

कैसे काम करता है Mohini Mantra?

मोहिनी मंत्र का प्रयोग समय की किसी भी घड़ी में किया जा सकता है, और इसके प्रभाव को तुरंत महसूस किया जा सकता है। यहाँ हम आपको ऐसे 3 प्राचीन मोहिनी मंत्रों की साधना के बारे में बता रहे हैं, जो किसी भी व्यक्ति को मोहित करने के लिए सक्षम हैं।

  1. गुप्त मोहिनी शाबर मंत्र: मंत्र: “ॐ नमः पद्मनी अंजन मेरा नाम इस नगरी में जाय मोहं। सर्वग्राम मोहूं राज करन्ता राज मोहूं फर्श पै बैठाय पंमोहूं। पनघट पनिहारी मोहूं इस नगरी के छत्तीस पवनिया मोहूं। जो काई मार मार करन्त आवे, उसे नरसिंह वीर बाम पद अंगूठा तर घरे और घेर लावे । मेरी शक्ति गुरु की शक्ति फुरो भन्त्र ईश्वरो वाचा।” साधना: इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए, शनिवार और रविवार को नृसिंह भगवान् का पूजन करें, और उन्हें घृत, शक्कर, पान, सुपारी, और गुग्गल से 108 आहुतियाँ अर्पित करें। फिर, रूई की बत्ती बनाकर अपामार्ग की जड़ से इसे प्रकाशित करें और मंत्र का 108 बार जप करें। इसे सिद्ध करने के बाद, आप इसे किसी भी समय प्रयोग कर सकते हैं।
  2. मोहिनी विद्या मंत्र: मंत्र: “ॐ नमः भगवते कामदेवाय सर्वजन प्रियाय सर्वजन सम्मोहनाय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल हन हन वद वद तप तप सम्मोहय सम्मोहय सर्वजन मे वशं कुरु कुरु स्वाहा।” साधना: इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए, प्रतिदिन सुबह और शाम को कम से कम 108 बार जप करें। इसके अलावा, नियमित रूप से कामदेव की पूजा और ध्यान करें।
  3. मोहिनी तिलक मंत्र: मंत्र: “ॐ नमो आदेश गुरु को। मोहिनी मोहिनी कहै मोहू सो आवे मोहिनी नहीं तो काबर छौरासी वज्र की दुहाई।” साधना: इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए, प्रतिदिन दिन और रात में 1008 बार जप करें। इसके अलावा, नियमित रूप से गुरु और मोहिनी देवी की पूजा करें।

इन मंत्रों का प्रयोग करते समय, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि इनका उपयोग केवल सकारात्मक उद्देश्यों के लिए ही किया जाना चाहिए। गलत उद्देश्यों के लिए इनका प्रयोग करना न केवल गलत है, बल्कि यह आपके लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है। इसलिए, सदैव सकारात्मक और शुद्ध उद्देश्यों के लिए ही इन मंत्रों का प्रयोग करें।

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